राहुल पर जेटली का पलटवार कहा- बोफोर्स जैसी नहीं राफेल डील

गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के तमाम मंत्री और कद्दावर नेता अगल-अलग शहरों में डेरा डाले हुए हैं. गुजरात के कारोबारी वर्ग में जीएसटी को लेकर काफी नाराजगी है और उसे ही दूर करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली सूरत में कारोबारियों से मिल चुके हैं. उन्होंने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि कारोबारियों के दिक्कतों के दूर किया जा रहा है साथ ही जीएसटी की और सरल बनाने की प्रक्रिया जारी है.
जीएसटी को लेकर कांग्रेस की ओर से दरें कम करने की मांग पर जेटली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब साढ़े तीन राज्यों में ही सत्ता में है. राहुल गांधी की पार्टी ने 55 साल तक बुनियादी सामान पर 31 फीसद टैक्स लगाया, कांग्रेस पार्टी खुद बाहर रहकर रेट कम करने का श्रेय लेना चाह रही है. जीएसटी दरें कम करने का गुजरात चुनाव से कोई संबंध नहीं है, यह कदम कारोबारियों को हो रही दिक्कतें दूर करने के लिए उठाया गया है.
डील से सेना होगी मजबूत
राफेल रक्षा सौदे पर कांग्रेस के आरोपों पर पूर्व रक्षा मंत्री जेटली ने बचाव करते हुए कहा कि राहुल पिछले 2 साल से राफेल मुद्दे पर चुप्पी क्यों साधे हुए थे. यह सौदा दो सरकारों के बीच हुआ है और राफेल डील बोफोर्स सौदे की तरह नहीं है. उन्होंने कहा कि सौदे पर किसी भी तरह के कोई सवाल नहीं उठाए जा सकते, इससे हमारी सेना को मजबूती मिलेगी. राहुल गांधी की ओर से इस डील में घोटाले का आरोप लगाया गया है.
हार्दिक ने पाटीदारों का भटकाया
हार्दिक की ओर से गुजरात में कांग्रेस को समर्थन देने के मुद्दे पर जेटनी ने कहा कि यह लोग अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं. अब साफ हो गया है कि विरोध करने वाले लोग पाटीदार नहीं थे. जेटली ने कहा कि यह चुनाव स्थिर सरकार और विभाजनकारी शक्तियों के बीच लड़ा जा रहा है और कांग्रेस पार्टी और हार्दिक के बीच बिखराव का गठबंधन है.
संसद सत्र में देरी की बात को नकारते हुए जेटली ने कहा कि गुजरात चुनाव से सत्र का कोई लेना देना नहीं है और कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद हैं. अब शीतकालीन सत्र की तारीखों का ऐलान हो चुका है. राहुल को जो भी मुद्दे उठाने हैं वह सदन में उठाने के लिए स्वतंत्र हैं.

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